आत्म-साक्षात्कार: स्वार्थ का अंधेरा या प्रकाश का मार्ग?
साधक,
जब तुम आत्म-साक्षात्कार के मार्ग पर चलने की सोचते हो, तो मन में यह सवाल आना स्वाभाविक है — क्या यह स्वार्थी है? क्या मैं केवल अपने लिए ही सोच रहा हूँ? चलो, इस भ्रम को भगवद् गीता के प्रकाश में समझते हैं।