अहंकार के आवरण से निकलने की ओर पहला कदम
साधक, तुम उस अनमोल सत्य की खोज में हो जो तुम्हें भीतर से मुक्त कर सके। अहंकार और झूठी पहचान की जंजीरों से मुक्त होना कठिन लगता है, पर याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। हर मानव इस यात्रा में उलझता है, पर गीता का प्रकाश तुम्हारे लिए राह दिखाता है।