suppression

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

अनुशासन और दमन: आत्मा की दो राहें, एक लक्ष्य
साधक, जब हम अपने मन और जीवन के दो पहलुओं — अनुशासन और दमन — के बीच भ्रमित होते हैं, तो यह समझना आवश्यक है कि ये दोनों शब्द समान नहीं हैं। एक तरफ अनुशासन है जो हमें स्वाभाविक रूप से सही दिशा में ले जाता है, वहीं दमन वह कठोरता है जो मन के स्वाभाविक प्रवाह को दबा देता है। चलिए, भगवद गीता के दिव्य प्रकाश में इस अंतर को समझते हैं।

क्रोध की आग में शांति का दीप जलाना
साधक,
तुम्हारे मन में उठती क्रोध की लहरों को देख मैं समझता हूँ कि यह कितना भारी और उलझा हुआ अनुभव होता है। क्रोध, जब अनियंत्रित हो, तो वह हमारे मन को धधकती आग की तरह जला देता है। परंतु, भगवद् गीता हमें सिखाती है कि इस आग को बुझाने का सबसे सुंदर और सरल उपाय क्या है। आइए, हम मिलकर इस ज्वाला को शांति के प्रकाश में बदलें।