जीवन के दो पहलू: स्वास्थ्य और दुःख में कर्म की भूमिका समझना
प्रिय शिष्य, जीवन में स्वास्थ्य और दुःख दोनों अनिवार्य हैं। कभी हम स्वस्थ होते हैं, तो कभी कष्ट से गुजरते हैं। इस दोलन में कर्म की क्या भूमिका है, यह जानना तुम्हारे मन को शांति देगा। तुम अकेले नहीं हो — हर व्यक्ति इस अनुभव से गुजरता है। आइए, गीता के अमृतमय श्लोकों के माध्यम से इस रहस्य को समझते हैं।