दिल की गहराइयों से: भावनात्मक संवेदनशीलता की गीता में खोज
साधक, जब हम अपने रिश्तों और भावनाओं की बात करते हैं, तो यह समझना आवश्यक है कि संवेदनशीलता केवल कमजोरी नहीं, बल्कि एक गहरा शक्ति का स्रोत है। यह वह पुल है जो हमारे हृदय को दूसरों के हृदय से जोड़ता है। आइए, भगवद गीता के दिव्य प्रकाश में इस यात्रा को समझें।
🕉️ शाश्वत श्लोक
अध्याय 12, श्लोक 13-14
(भगवद गीता 12.13-14)