भगवान की छाया में: जब भक्त की रक्षा का वचन हो
साधक,
तुम्हारे हृदय में जो यह प्रश्न उमड़ रहा है — "कृष्ण अपने सच्चे भक्तों की कैसे रक्षा करते हैं?" — वह भक्तिपथ की गहराई को समझने की प्रथम सीढ़ी है। यह प्रश्न तुम्हारे विश्वास की परीक्षा भी है और उस दिव्य आश्वासन की खोज भी, जो हर संकट में हमारा सहारा बनता है। चलो, हम मिलकर इस रहस्य को गीता के अमृत शब्दों से समझते हैं।