expression

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

बोलने की कला में आत्मविश्वास: तुम्हारे भीतर छुपा है प्रकाश
प्रिय युवा मित्र,
सार्वजनिक बोलना या प्रस्तुतियाँ देना कई बार हमारे मन में भय और असमर्थता की भावना लाता है। यह स्वाभाविक है, क्योंकि हम अपने विचारों को दूसरों के सामने खुलकर व्यक्त करने में संकोच करते हैं। लेकिन याद रखो, तुम्हारे भीतर एक अनमोल शक्ति है — वह आत्मविश्वास, जो गीता के ज्ञान से जागृत हो सकता है। चलो, इस यात्रा की शुरुआत करते हैं।

प्रेम की सच्ची भाषा: गीता से सीखें दिल से दिल तक
साधक, प्रेम एक ऐसा अनुभव है जो हमारे मन को गहराई से छूता है, पर कभी-कभी हम उसे व्यक्त करने में उलझन में पड़ जाते हैं। यह समझना जरूरी है कि प्रेम केवल शब्दों का आदान-प्रदान नहीं, बल्कि एक दिव्य भाव है जो बिना शर्त और अहंकार के प्रकट होता है। आइए, भगवद गीता की अमूल्य शिक्षाओं के माध्यम से इस रहस्य को समझें।

🕉️ शाश्वत श्लोक

अध्याय 12, श्लोक 13-14
(अध्याय 12, श्लोक 13-14)