प्रेम की शक्ति: जब भगवान से जुड़ाव बनता है दिल का सहारा
साधक, तुम्हारा यह प्रश्न बहुत ही गहरा और महत्वपूर्ण है। भावनात्मक दर्द, जो कभी-कभी हमारे मन को बोझिल कर देता है, उसकी चिकित्सा केवल सांसारिक उपायों से संभव नहीं होती। जब प्रेम की शक्ति भगवान से जुड़ती है, तो वह एक ऐसी ऊर्जा बन जाती है जो हमारे अंदर शांति, सहारा और अनंत सुख का संचार करती है। आइए, भगवद गीता के पावन श्लोकों के माध्यम से इस रहस्य को समझें।