अकेलेपन के सागर में भी नहीं हो तुम अकेले
जब मन में अकेलापन छा जाता है, तो ऐसा लगता है जैसे पूरी दुनिया से कट गए हों। पर याद रखो, उस अकेलेपन के बीच भी तुम्हारा जुड़ाव है—अपने भीतर, ब्रह्मांड से, और उस अनंत प्रेम से जो कभी खत्म नहीं होता। चलो, गीता के प्रकाश में इस अकेलेपन को समझें और उसे अपने लिए एक साथी बनाएं।