दोस्त की सफलता से जलन? चलो इसे समझते हैं साथ में!
प्रिय मित्र, जब हमारे आस-पास कोई दोस्त या साथी बेहतर कर रहा होता है, तो मन में कभी-कभी जलन, ईर्ष्या या असुरक्षा की भावना उठती है। यह बिलकुल स्वाभाविक है। परंतु, यही वह पल है जब हम अपने मन के भीतर झांककर समझ सकते हैं कि असली प्रतिस्पर्धा दूसरों से नहीं, अपने आप से है। आइए, भगवद गीता के प्रकाश में इस उलझन को सुलझाएं।