🌿 "खोज अपनी असली पहचान की — तुम अकेले नहीं हो"
साधक, जीवन के इस मोड़ पर जब तुम अपने अस्तित्व और पहचान को लेकर उलझन में हो, यह समझो कि यह यात्रा हर मानव की होती है। "मैं कौन हूँ?" यह प्रश्न तुम्हारे भीतर गूंज रहा है, और यह प्रश्न तुम्हें तुम्हारे सच्चे स्वरूप की ओर ले जाएगा। चलो, गीता के दिव्य प्रकाश में इस प्रश्न का उत्तर खोजते हैं।