नशे की जंजीरों से आज़ादी की ओर पहला कदम
प्रिय शिष्य, जब नशे की लत मन और शरीर दोनों को जकड़ लेती है, तब यह लगता है जैसे हम अपने ही अस्तित्व से दूर होते जा रहे हैं। लेकिन याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। हर उस व्यक्ति के भीतर एक ऐसी शक्ति छुपी होती है जो उसे बंधनों से मुक्त कर सकती है। ध्यान वह दीपक है जो अंधकार को चीरकर तुम्हारे भीतर की शांति और शक्ति को जगाता है।