अपनी असली पहचान की खोज: तुम अकेले नहीं हो
साधक, जब जीवन के बदलाव और पहचान की उलझनें तुम्हारे मन को घेर लें, तो समझो कि यह यात्रा हर मानव की होती है। कृष्ण ने हमें यह सिखाया है कि हमारा वास्तविक स्वरूप स्थायी, अनंत और दिव्य है। इस खोज में धैर्य रखो, क्योंकि तुम अकेले नहीं हो और हर कदम पर तुम्हारे साथ दिव्य मार्गदर्शन है।