meaninglessness

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

जब सब कुछ निरर्थक लगे — एक नई रोशनी की ओर
प्रिय मित्र, जब जीवन के सारे रंग फीके लगें, और मन के अंदर एक गहरा खालीपन छा जाए, तब समझो कि तुम्हारा मन एक कठिन मोड़ पर है। यह समय है खुद से प्यार करने का, धैर्य रखने का, और अपने भीतर की उस अनमोल ज्योति को खोजने का जो हर अंधकार को चीर सकती है। तुम अकेले नहीं हो, यह अनुभव हर मानव के जीवन में आता है। चलो, भगवद गीता की उस अमूल्य शिक्षा से हम इस अंधकार को दूर करें।

जब नौकरी लगे निरर्थक: एक नई शुरुआत की ओर
साधक, जीवन के सफर में कभी-कभी ऐसा क्षण आता है जब जो काम हम कर रहे हैं, वह हमें सूना, बोझिल और निरर्थक महसूस होता है। यह अनुभव अकेले तुम्हारे साथ नहीं है। यह एक संकेत है कि तुम्हारे भीतर कुछ बदलाव की चाह जाग रही है। चलो, इस उलझन को समझते हैं और एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ाते हैं।