धन और आध्यात्म: एक संतुलित सफर की शुरुआत
प्रिय शिष्य,
तुम्हारा प्रश्न बहुत गहरा है। आध्यात्मिक मार्ग पर धन की भूमिका को समझना एक ऐसा विषय है जहाँ माया और मोक्ष के बीच की पतली रेखा दिखाई देती है। जीवन में धन का होना आवश्यक भी है और कभी-कभी वह भ्रम का कारण भी बनता है। चलो, इस द्वंद्व को भगवद गीता के प्रकाश में समझते हैं।