धीमी प्रगति में भी उम्मीद का दीप जलाए रखें
प्रिय मित्र, जब हम अपने आदतों और लत से लड़ते हैं, तो प्रगति अक्सर धीमी और धीमी लगती है। यह समय निराशा और हताशा का होता है। पर जान लें, आप अकेले नहीं हैं। हर बदलाव की राह में संघर्ष और धैर्य की ज़रूरत होती है। आइए, भगवद गीता के अमूल्य संदेश से इस उलझन को सुलझाएं।