दबाव के बीच भी तुम अकेले नहीं हो — गीता का स्नेहिल संदेश
प्रिय युवा, जीवन में जब समानवर्गीय दबाव या peer pressure का सामना होता है, तो तुम्हारा मन घबराता है, असमंजस में पड़ जाता है, और कभी-कभी लगता है कि तुम अकेले हो। परंतु याद रखो, यह संघर्ष हर किसी के जीवन का हिस्सा है। भगवद गीता में हमें ऐसे समय के लिए गहरा, स्थिर और प्रेमपूर्ण मार्गदर्शन मिलता है, जो तुम्हारे भीतर की शक्ति को जागृत करता है।