चलो यहाँ से शुरू करें — भय को समझना और उससे पार पाना
साधक, तुम्हारे मन में उठता यह सवाल बहुत स्वाभाविक है। कोई भी नया कदम, कोई भी नया प्रयास हम सबके लिए थोड़ा डरावना लगता है। यह घबराहट तुम्हारे भीतर की चेतना का संकेत है कि तुम उस अनजानी राह पर चलने को तैयार हो। घबराहट का अर्थ यह नहीं कि तुम असफल हो, बल्कि यह कि तुम अपने भीतर छुपी संभावनाओं को पहचानने लगे हो। चलो इस भय को समझते हैं और उसे पार करने का मार्ग खोजते हैं।