आध्यात्मिकता और कर्म का संगम: सांसारिक पेशे में संतुष्टि की राह
साधक, यह प्रश्न तुम्हारे हृदय की गहराई से निकली एक पुकार है। जीवन के सांसारिक संघर्षों और आध्यात्मिक आकांक्षाओं के बीच संतुलन बनाना सहज नहीं होता। परंतु याद रखो, तुम अकेले नहीं हो; हर उस मनुष्य के भीतर यह द्वंद्व चलता है जो कर्मभूमि पर खड़ा है और आत्मा की शांति चाहता है। आइए, गीता के अमृत श्लोकों के माध्यम से इस उलझन को सुलझाएं।