अंधकार से प्रकाश की ओर: तमस से सत्व की यात्रा
साधक, जीवन के उस मोड़ पर तुम खड़े हो जहाँ तमस — अज्ञानता, आलस्य और बंधनों का अंधेरा — तुम्हें रोक रहा है। यह स्वाभाविक है कि बदलाव कठिन लगता है, पर याद रखो, हर अंधेरे के बाद उजाला आता है। तुम अकेले नहीं हो, यह यात्रा हर मानव की होती है। चलो मिलकर कदम बढ़ाएं, तमस से सत्व की ओर।