दिल की गहराई से: दिव्य उपस्थिति का अनुभव कैसे करें?
साधक,
जब हम अपने हृदय में उस दिव्यता को महसूस करना चाहते हैं, जो हमारे भीतर और हमारे आस-पास व्याप्त है, तो यह एक बहुत ही पवित्र और गहन यात्रा होती है। यह अनुभव अचानक नहीं आता, बल्कि धीरे-धीरे, धैर्य और भक्ति के साथ हमारे मन और आत्मा की गहराइयों में खिलता है। तुम अकेले नहीं हो, हर भक्त के जीवन में यह प्रश्न आता है, और यही गीता हमें उस दिव्यता के निकट ले जाती है।