कृष्ण की अनंत उपस्थिति: जब मन सूखा हो तब भी वे साथ हैं
प्रिय शिष्य,
तुम्हारे मन में जो यह सवाल उठा है, वह बहुत ही गहन और सत्य की खोज से भरा है। आध्यात्मिक सूखेपन के समय, जब मन खाली और अकेला महसूस करता है, तब यह समझना बहुत जरूरी है कि कृष्ण की उपस्थिति सीमित नहीं होती। वे हर पल, हर सांस में हमारे साथ होते हैं — चाहे हमें उनका अनुभव हो या न हो। चलो, इस रहस्य को गीता के प्रकाश में समझते हैं।