steadiness

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

कठिनाइयों में अडिग रहना — तुम्हारा साहस, तुम्हारा धर्म
साधक, जीवन के संघर्ष और कठिनाइयों के बीच तुम अकेले नहीं हो। हर मनुष्य के सामने चुनौतियाँ आती हैं, परन्तु जो व्यक्ति अपने मन को नियंत्रित कर अडिग रहता है, वही सच्चा विजेता कहलाता है। कृष्ण का उपदेश तुम्हें न केवल मन की शक्ति देगा, बल्कि जीवन के तूफानों में स्थिर रहने का साहस भी प्रदान करेगा।

भक्ति की गहराई: स्थिर और अडिग प्रेम की ओर
साधक,
जब मन भक्ति के मार्ग पर चलता है, तब अनेक बार वह डगमगाता है। उत्साह कभी बढ़ता है, कभी कम होता है। यह स्वाभाविक है। परंतु क्या वह भक्ति है जो तूफानों में भी डगमगाए नहीं? क्या वह प्रेम है जो हर परिस्थिति में अडिग रहे? आइए, हम भगवद् गीता के अमृत शब्दों से इस प्रश्न का उत्तर खोजें।

🕉️ शाश्वत श्लोक

"मय्येव मन आधत्स्व मयि बुद्धिं निवेशय।
निवसिष्यसि मय्येव अत ऊर्ध्वं न संशयः॥"

(भगवद् गीता, अध्याय 12, श्लोक 8)