प्रेम के उस स्नेहिल बंधन की ओर: कृष्ण के साथ व्यक्तिगत संबंध कैसे बनाएं?
प्रिय शिष्य,
जब मन में कृष्ण के प्रति प्रेम और उनसे निकटता की लालसा जागती है, तब यह समझना आवश्यक है कि यह संबंध केवल भावनाओं का मेल नहीं, बल्कि आत्मा की गहराई से जुड़ी एक दिव्य अनुभूति है। तुम अकेले नहीं हो, हर भक्त के अंतर्मन में यह प्रश्न रहता है — “मैं कृष्ण के साथ कैसे जुड़ूं?” आइए, गीता के अमृत श्लोकों से उस स्नेहिल और व्यक्तिगत संबंध की राह खोजें।