वियोग: शांति की ओर पहला कदम
साधक, जब मन बेचैन हो, नींद उड़ी हो और चिंता का साया छाया हो, तब वियोग की सीख तुम्हारे लिए एक मधुर दवा बन सकती है। यह वियोग कोई कठोर त्याग नहीं, बल्कि मन की स्वतंत्रता का द्वार है। आइए, गीता के अमृत श्लोकों से समझते हैं कैसे वियोग तुम्हें भीतर से मजबूत बना सकता है।