नई सुबह, नया सवेरा: भावनात्मक भारीपन से निपटने का पहला कदम
साधक, हर सुबह जब मन भारी होता है, जब दिल बोझिल लगता है, समझो यह तुम्हारे अंदर की आत्मा तुम्हें कुछ कह रही है। यह भारीपन तुम्हारा दुश्मन नहीं, बल्कि तुम्हारे भीतर की चिंता, तनाव और अनसुलझे भावनाओं का संकेत है। चलो, मिलकर इस बोझ को हल्का करने का रास्ता खोजें।