दूरियाँ हों या न हों, दिल जुड़ा रहे — गीता से रिश्तों की सीख
साधक,
लंबी दूरी के रिश्ते अक्सर हमारे मन में असमंजस, चिंता और अनिश्चितता लेकर आते हैं। दिल चाहता है कि हम अपने प्रिय के करीब हों, पर परिस्थिति कहती है दूर। इस उलझन में तुम अकेले नहीं हो। भगवद गीता के अमूल्य श्लोकों में ऐसे रिश्तों के लिए गहरा और स्थायी मार्गदर्शन छिपा है, जो तुम्हारे हृदय को शांति और स्थिरता प्रदान करेगा।