टूट-फूट के बाद भी फिर से उठने का साहस
साधक, जीवन में असफलता और टूट-फूट का अनुभव हर किसी को होता है। यह तुम्हारे अस्तित्व की कमजोरी नहीं, बल्कि तुम्हारे विकास की एक अनिवार्य प्रक्रिया है। जब सब कुछ टूटता हुआ लगे, तब भी याद रखो कि हर अंधेरे के बाद उजाला आता है। तुम अकेले नहीं हो, और तुम्हारा उद्देश्य फिर से खोजा जा सकता है — एक नई ऊर्जा, एक नई दृष्टि के साथ।