अकेलापन नहीं, शांति का संगम है
साधक, जब मन में एकाकीपन की छाया छा जाती है, तो वह हमें कमजोर और अलग-थलग महसूस कराता है। पर याद रखो, अकेलापन स्वयं में कोई दोष नहीं, बल्कि आत्मा को अपने भीतर झांकने का अवसर है। चलो, इस अकेलेपन को शांति के मधुर एकांत में बदलने का मार्ग गीता के प्रकाश से खोजते हैं।