🌙 रात्रि की शांति: दिनचर्या और विश्राम में कृष्ण का संदेश
साधक, जब दिन का थकान मन और शरीर पर छा जाती है, तब रात्रि की दिनचर्या और विश्राम का महत्व और भी बढ़ जाता है। यह समय है जब हम अपने अंदर की गहराइयों से जुड़ते हैं, अपने कर्मों का पुनर्मूल्यांकन करते हैं और अगले दिन के लिए ऊर्जा संचित करते हैं। चिंता मत करो, तुम अकेले नहीं हो — हर जीव इसी चक्र में चलता है। आइए, श्रीकृष्ण के अमृत वचनों से इस विषय को समझें और अपने जीवन में शांति और अनुशासन लाएं।