वैराग्य: मन की शांति की ओर पहला कदम
साधक, जब जीवन की उलझनों और भावनाओं के बीच तुम वैराग्य की खोज करते हो, तो समझो कि यह कोई कठोर त्याग नहीं, बल्कि मन की गहराई से आई हुई एक सहज शांति है। वैराग्य का अर्थ है अपनी इच्छाओं, आसक्तियों और मोह से मुक्त होकर जीवन को एक नयी दृष्टि से देखना। तुम अकेले नहीं हो, हर एक मानव इसी खोज में है।
🕉️ शाश्वत श्लोक
यं हि न व्यथयन्त्येते पुरुषं पुरुषर्षभ |
समदुःखसुखं धीरं सोऽमृतत्वाय कल्पते ||
(भगवद गीता 2.15)