चिंता से परे: आत्मविश्वास के साथ इंटरव्यू की ओर बढ़ें
प्रिय युवा मित्र,
तुम्हारे मन में जो बेचैनी और चिंता है, वह स्वाभाविक है। यह चिंता तुम्हारे सपनों की गहराई को दर्शाती है। पर याद रखो, चिंता तुम्हारा साथी नहीं, बल्कि एक चुनौती है जिसे भगवद गीता की शिक्षा से पार किया जा सकता है। चलो, मिलकर इस सफर को आसान और आत्मविश्वास से भरपूर बनाते हैं।