काम में अर्थ खोजने की ओर पहला कदम: तुम अकेले नहीं हो
साधक, जब हम जीवन के कामों की बात करते हैं, तो अक्सर मन में यह सवाल उठता है — "क्या मेरे काम में सचमुच कोई अर्थ है?" यह प्रश्न तुम्हारे अंदर गहरे से उठ रहा है, और यह बहुत स्वाभाविक है। हर इंसान चाहता है कि उसका प्रयास केवल समय और ऊर्जा की बर्बादी न हो, बल्कि उसका कोई सार्थक उद्देश्य हो। आइए, भगवद गीता की दिव्य दृष्टि से इस उलझन को सुलझाएं।