सत्य के प्रकाश में: अपने अस्तित्व से मिलन की ओर
साधक, जब जीवन की गहराइयों में हम सत्य की खोज करते हैं, तब हमारी आत्मा एक नए स्फुरण से भर उठती है। सत्य केवल बाहरी तथ्य नहीं, बल्कि वह अनंत प्रकाश है जिससे हमारा अस्तित्व जुड़ा होता है। भगवद गीता हमें यही सिखाती है — कि सत्य के साथ एक होना, अपने वास्तविक स्वरूप को पहचानना है।