self-realization

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

सत्य के प्रकाश में: अपने अस्तित्व से मिलन की ओर
साधक, जब जीवन की गहराइयों में हम सत्य की खोज करते हैं, तब हमारी आत्मा एक नए स्फुरण से भर उठती है। सत्य केवल बाहरी तथ्य नहीं, बल्कि वह अनंत प्रकाश है जिससे हमारा अस्तित्व जुड़ा होता है। भगवद गीता हमें यही सिखाती है — कि सत्य के साथ एक होना, अपने वास्तविक स्वरूप को पहचानना है।

आत्म-साक्षात्कार: स्वार्थ का अंधेरा या प्रकाश का मार्ग?
साधक,
जब तुम आत्म-साक्षात्कार के मार्ग पर चलने की सोचते हो, तो मन में यह सवाल आना स्वाभाविक है — क्या यह स्वार्थी है? क्या मैं केवल अपने लिए ही सोच रहा हूँ? चलो, इस भ्रम को भगवद् गीता के प्रकाश में समझते हैं।

अपनी आत्मा की खोज: स्व-प्राप्ति की ओर पहला कदम
प्रिय शिष्य,
तुम्हारा मन स्व-प्राप्ति के रहस्य में उलझा हुआ है, यह जानना चाहता है कि "मैं कौन हूँ?" और "मेरी असली पहचान क्या है?" यह प्रश्न जीवन के सबसे गहरे और सार्थक प्रश्नों में से एक है। तुम अकेले नहीं हो, यह यात्रा हर मानव की होती है। आइए, हम भगवद गीता के दिव्य प्रकाश से इस राह को समझें।