तुम अकेले नहीं हो: अपनी असली कीमत जानो
साधक, जब हम अपनी कीमत की बात करते हैं, तो अक्सर बाहरी उपलब्धियाँ, पद, सम्मान, और समाज की मान्यताएँ हमारे मन में छा जाती हैं। लेकिन क्या सचमुच हमारी क़ीमत वही है? क्या हम केवल अपनी सफलताओं से ही मूल्यवान हैं? आइए, भगवद गीता के प्रकाश में इस उलझन को सुलझाएं।