ज़िंदगी: एक पवित्र यात्रा की ओर पहला कदम
साधक, जब तुम अपनी ज़िंदगी को एक पवित्र यात्रा के रूप में देखने की इच्छा रखते हो, तो यह एक अद्भुत शुरुआत है। हर क्षण, हर अनुभव, चाहे सुखद हो या कठिन, तुम्हारे भीतर के दिव्य स्वरूप को पहचानने का अवसर है। यह यात्रा बाहरी मंजिलों की नहीं, बल्कि भीतर की गहराइयों की है। तुम अकेले नहीं हो, यह मार्गदर्शन तुम्हारे साथ है।