निर्णय की दिव्य दिशा: आध्यात्मिक संरेखण का रहस्य
साधक, जब मन असमंजस में हो और निर्णय की घड़ी आए, तब भीतर की आवाज़ सुनना सबसे ज़रूरी होता है। तुम्हारा प्रश्न — "एक निर्णय आध्यात्मिक रूप से संरेखित कब होता है?" — जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझने की ओर पहला कदम है। चलो, इस सफर को गीता की अमृतवाणी से सजाते हैं।