हम सब में बसता है वही परमात्मा
साधक, जब तुम कहते हो "ईश्वर सभी प्राणियों में है," तो यह केवल एक वाक्य नहीं, बल्कि एक गहरा अनुभव और समझ है। यह वाक्य हमें याद दिलाता है कि हम अकेले नहीं हैं, हर जीव में वही दिव्यता मौजूद है जो हमें जोड़ती है। चलो इस सत्य को गीता के प्रकाश में समझते हैं।