चलो यहाँ से शुरू करें: होने की शांति की खोज
साधक,
तुम्हारा यह प्रश्न – "करने के बजाय होने में शांति कैसे पाई जाए?" – जीवन के सबसे गहरे रहस्यों में से एक है। आज की भागदौड़ भरी दुनिया में, हम अक्सर अपनी पहचान को 'करने' से जोड़ लेते हैं – जैसे काम, उपलब्धि, या भूमिका। परंतु, गीता हमें सिखाती है कि सच्ची शांति और आनंद 'होने' के अनुभव में है, जो कर्म से परे है। आइए, इस यात्रा को साथ मिलकर समझें।