बदलते हुए स्वयं से दोस्ती: जब हम बदलते हैं और लोग नहीं
साधक, जीवन की इस जटिल यात्रा में जब हम अपने भीतर बदलाव महसूस करते हैं, पर आसपास के लोग वैसा न करें, तो यह असहज और अकेलापन सा लग सकता है। पर जान लो, यह तुम्हारे विकास का संकेत है, तुम्हारे आत्मा के जागरण का पहला कदम है। तुम अकेले नहीं हो, हर कोई अपनी गति से चलता है, और बदलाव का अर्थ है जीवन की नयी दिशा को अपनाना।