मृत्यु: एक अंत नहीं, बल्कि परिवर्तन की यात्रा
साधक, जब मन में मृत्यु की छाया आती है, तब भय, शोक और अनिश्चितता के बादल घिर जाते हैं। यह स्वाभाविक है कि जीवन के इस अंतिम सत्य को समझना कठिन लगता है। लेकिन याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को भी इसी घड़ी में प्रकाश दिखाया था। आइए, उनके संदेश से मृत्यु के रहस्य को समझें और अपने मन को शांति दें।