जब प्रियजन चले जाएं: शोक के सागर में एक दीपक
साधक, जीवन के इस गहन दुःख में तुम अकेले नहीं हो। जब हम अपने प्रियतम को खो देते हैं, तो मन एक तूफान में फंस जाता है। लेकिन याद रखो, यह शोक भी जीवन का एक हिस्सा है, जो हमें भीतर से मजबूत बनाने का अवसर देता है। आइए हम भगवद गीता की दिव्य शिक्षाओं से इस पीड़ा को समझें और उससे पार पाने का मार्ग खोजें।