after death

Mind Emotions & Self Mastery
Life Purpose, Work & Wisdom
Relationships & Connection
Devotion & Spritual Practice
Karma Cycles & Life Challenges

यादों के दीपक में जला रहे हैं वह प्रकाश
साधक, जब कोई हमारे बीच नहीं रहता, तो ऐसा लगता है जैसे जीवन का एक हिस्सा अधूरा रह गया हो। यह शून्यता, यह दूरी, कभी-कभी हमें भीतर तक हिला देती है। लेकिन याद रखो, वह जो इस संसार से चले गए, उनकी आत्मा का प्रकाश हमारे भीतर, हमारे हृदय में हमेशा जलता रहता है। उनके साथ आध्यात्मिक जुड़ाव का अर्थ है उस अनमोल प्रकाश को पहचानना और उसे अपने जीवन की ऊर्जा बनाना।

दिल से दिल तक: जब कोई दूर चला जाता है, तब भी रिश्ता रहता है
साधक, तुम्हारा यह प्रश्न उस गहरे दर्द और अकेलेपन की आवाज़ है जो तब आती है जब हम किसी अपनों को खो देते हैं। यह सच है कि जब कोई हमारे सामने नहीं होता, तो एक खालीपन सी छा जाती है। परन्तु, उस जुड़ाव की असली गहराई सिर्फ़ आँखों से नहीं देखी जाती, बल्कि हृदय से महसूस की जाती है। चलो, गीता के प्रकाश में इस यात्रा को समझते हैं।