जीवन के अनजाने मोड़: अचानक मृत्यु की दिव्य इच्छा को समझना
साधक, जीवन की इस अनिश्चितता में जब अचानक मृत्यु का समाचार आता है, तो मन भारी और प्रश्नों से घिरा होता है। यह समय अत्यंत पीड़ा और उलझन का होता है। परंतु याद रखो, तुम अकेले नहीं हो। इस गहन दुःख के बीच भी भगवद गीता की दिव्य शिक्षाएँ तुम्हें शांति और समझ का दीप जलाने में मदद करेंगी।