जब प्यार हो गहरा, फिर भी अलग होना कैसे संभव?
साधक, तुम्हारे मन में जो प्रेम की गहराई है, उससे अलग होना एक चुनौतीपूर्ण प्रश्न है। यह भाव समझना स्वाभाविक है कि जब हम किसी वस्तु, व्यक्ति या अनुभव से गहरा जुड़ाव महसूस करते हैं, तो उससे दूर होना या उसे छोड़ना अत्यंत कठिन लगता है। परंतु जीवन का सार यही है कि हम प्रेम और लगाव के बीच संतुलन साधना सीखें, ताकि हमारा मन स्वतंत्र और शांत रह सके।