मन की उलझनों से परे: सुख की तलाश में खोया मन कैसे पाए शांति?
साधक, जब मन सुख के पीछे भागता है, तो वह अक्सर खुद को और भी अधिक बेचैनी और असंतोष में पाता है। यह यात्रा कभी खत्म नहीं होती, क्योंकि सुख की बाहरी तलाश मन को स्थिर नहीं करती। आइए, भगवद गीता के प्रकाश में इस समस्या का समाधान खोजें।