बुरी आदतों से आज़ादी की ओर पहला कदम
साधक, जब हम बुरी आदतों के जाल में फंस जाते हैं, तब लगता है जैसे हम स्वयं की पकड़ खो बैठे हैं। लेकिन याद रखो, हर अंधेरे के बाद उजाला आता है। तुम्हारे भीतर वह शक्ति है जो इन आदतों को तोड़ सकती है। चलो, भगवद गीता की अमूल्य बुद्धिमत्ता से इस राह को समझते हैं।