जब मन डगमगाए तो कैसे बनाएं अटूट संकल्प?
साधक, जब मन कमजोर लगे, तो समझो कि यह तुम्हारे भीतर की वह परीक्षा है जहाँ तुम्हें अपनी शक्ति का अनुभव करना है। यह समय है, जब तुम अपने भीतर के दीप को बुझने न देना, बल्कि उसे और प्रज्वलित करना सीखो। याद रखो, तुम अकेले नहीं हो, यह संघर्ष हर मानव के जीवन का हिस्सा है।