भक्ति की राह पर हर दिन: जीवन को प्रेम और समर्पण से सजाएं
प्रिय शिष्य,
तुम अपने दैनिक जीवन को भक्ति का कार्य बनाना चाहते हो — यह एक अद्भुत और पावन संकल्प है। जीवन के छोटे-छोटे कर्मों में ईश्वर की उपस्थिति को महसूस करना और हर क्रिया को प्रेम और समर्पण से करना, यही सच्ची भक्ति है। चिंता मत करो, तुम अकेले नहीं हो — हर एक सांस में ईश्वर का नाम है, बस उसे पहचानने की देर है।